Art of the Indus Valley Civilization

सिन्धु घाटी सभ्यता की कला (3,500 ई.पू. से 2,500 ई.पू.) भारतवर्ष में ईसा से 4,000 वर्ष पूर्व से लेकर ईसा से 3,000 वर्ष ई. पूर्व के मध्य चीन से लेकर […]
कला अध्ययन का स्त्रोत

कला अध्ययन के स्रोत का अभिप्राय उन साधनों से हैं, जो प्राचीन कला के इतिहास को जानने में सहायक हों। भारतीय चित्रकला के अध्ययन स्त्रोत निम्न श्रेणियों में विभक्त किये […]
भारतीय चित्रकला की विशेषताएं

यह सर्वविदित है कि भारतीय चित्रकला एवं अन्य कलाएँ दूसरे देशों की कलाओं से भिन्न हैं और भारतीय कलाओं की कुछ ऐसी महत्त्वपूर्ण विशेषताएँ हैं, जो अन्य देशों की कला […]
भारतीय कला और संस्कृति का परस्पर संबंध

कला मानव संस्कृति की उपज है। इसका उदय मानव को सौन्दर्य भावना का परिचायक है। इस भावना की वृत्ति व मानसिक विकास के लिए ही विभिन्न कलाओं का विकास हुआ […]
कला की अवधारणाएं

विद्वान एवं कला मर्मज्ञों ने कला को जिस प्रकार परिभाषित किया है, उससे प्रायः ललित कला ही ध्वनित होती है। ‘प्लेटो’ के अनुसार, प्रत्येक व्यक्ति सुन्दर वस्तु को अपना प्रेमास्पद […]
कला के प्रकार

कला के कई प्रकार होते हैं और इन प्रकारों का परिगणन भिन्न-भिन्न रीतियों से होता है। (क) मोटे तौर पर जिस वस्तु रूप अथवा तत्त्व का निर्माण किया जाता है, […]
कला का अर्थ

“मनुष्य की रचना, जो उसके जीवन में आनन्द प्रदान करती है, कला (Art) कहलाती है। ” ‘भारतीय कला ‘दर्शन’ है। शास्त्रों के अध्ययन से पता चलता है कि ‘कला’ शब्द […]
विषय प्रवेश

चित्रकला का इतिहास उतना ही पुराना कहा जा सकता है, जितना कि मानव सभ्यता के विकास का इतिहास सत्य तो यह है कि चित्र बनाने की प्रवृत्ति सर्वदा से ही […]
बंगाल शैली के चित्रों का अध्ययन

अध्ययन के लिए चुने गए इस शैली के चित्र- चित्र का नाम : यात्रा का अंत चित्रकार : अवनीद्रनाथ टैगोर माध्यम 3 कागज पर जलरंग समय 1937 ईसवी काल : […]
बंगाल चित्र शैली
परिचय लंबे औपनिवेशिक शासन में भारतीय चित्रकला व उससे संबंधित संग्रहों को भारी क्षति पहुंचाई गई। यूरोपीय चित्रकारों व आलोचकों ने अपनी कला और उसकी विशेषताओं को श्रेष्ठ सिद्ध करने […]
दक्कनी लघुचित्र शैली
उदय एवं विकास दक्कनी कला का आशय उन लघुचित्रों से है, जो 16वीं सदी से लेकर 19वीं सदी की कालावधि में बीजापुर, गोलकुडा, अहमदनगर एवं हैदराबाद आदि राज्यों में बहुलता […]
मुगल लघुचित्र शैली
उदय एवं विकास मुग़लकालीन लघुचित्र कला को मध्ययुगीन भारत में कुलीन वर्ग को कला समझा जाता था। ‘मुगल कला’ सल्तनतकालीन एवं दक्कन के आरंभिक मुस्लिम शासकों की ‘इस्लामी कला’ से […]
पहाड़ी लघुचित्र शैली
उदय एवं विकास पहाड़ी लघुचित्र शैली का उदय 1690 ई० के आसपास रावी नदी के तट पर स्थित पहाड़ी राज्य बसोहली में हुआ था। बाद में गुलेर, चंबा, मंडी, कांगड़ा, […]
राजस्थानी लघुचित्र शैली
उदय एवं विकास राजस्थानी लघुचित्र शैली 15वीं सदी के आरंभ में, राजस्थान के मेवाड़ (उदयपुर) क्षेत्र में जैन कल्पसूत्र शैली के लघुचित्रों की रचना हुई। इन कला चित्रों में हम […]
Six genres of Indian painting

भारतीय चित्रकला की छह विधाएँ 200 से 300 ईसवी के मध्य वात्स्यायन ने अपने से पूर्व के सभी महत्वपूर्ण ग्रंथों का अध्ययन करके शास्त्रोचित विधाओं का सार ‘कामसूत्र’ नामक अपने […]
Miniature – Rise and Development of Painting in India

किसी राष्ट्र को प्रगति एवं विकास का मूल्यांकन कुछ मापकों / मापदंडों के आधार पर किया जाता है; जैसे वहाँ के नागरिकों को मिलनेवाली राजनैतिक स्वतंत्रता, उनके आर्थिक विकास का […]
Adult Human Body

स्त्री वा पुरुष अपने सिर की लम्बाई से साढ़े सात गुने लम्बे होते है। पुरुषों की छाती सिर की लम्बाई से दो गुनी तथा स्त्रियों की कमर उसके सिर की […]
कला के प्रकार

ललित कला के छः प्रकार माने गये हैं। 1. चित्र कला (Painting) 2. वाणिज्य कला (Commercial art) 3. मूर्तिकला (Sculpture) 4. शिल्प (Craft) 5. ग्राफिक (Graphic) 6. वास्तु (Architecture) ललित […]
What is art

कला ‘कला’ संस्कृत भाषा का शब्द है। इस शब्द के लिए फ्रेंच शब्द Art (आर्ट) और लॅटिन ‘आम’ या ‘आस’ है जिसका अर्थ बनाना, पैदा करना या फिट करना होता […]
Definition about Art

प्यारे बच्चों, तुम स्वेच्छा से बेहिचक स्वाभाविक और उन्मुक्त रेखा खीचते हो। परन्तु जब तुम्हें कोई खास आकार की रेखा खीचनी होती है, तो तुम्हारी रेखा में पहले की स्वाभाविकता […]